Saturday, 16 January 2021

IND vs AUS ब्रिस्बेन टेस्ट का तीसरा दिन LIVE:टीम इंडिया 336 पर ऑलआउट हुई, ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 33 रन की बढ़त


 शार्दूल 67 रन बनाकर आउट हुए। इस दौरान शार्दूल ने 9 चौके और 2 छक्के लगाए।


भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिस्बेन में चौथे टेस्ट के तीसरे दिन का खेल जारी है। टीम इंडिया 336 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। जोश हेजलवुड ने मोहम्मद सिराज को आउट कर भारतीय पारी को समेट दिया। सिराज 13 रन बनाकर आउट हुए। ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में 369 रन पर ऑलआउट हुई थी। इस लिहाज से उन्होंने भारत पर 33 रन की बढ़त ले ली है।

शार्दूल-सुंदर ने भारतीय पारी को संभाला
टीम इंडिया ने 186 रन पर 6 विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद शार्दूल ठाकुर और वॉशिंगटन सुंदर ने भारतीय पारी को संभाला और रिकॉर्ड साझेदारी कर डाली। दोनों ने 7वें विकेट के लिए 217 बॉल पर 123 रन की पार्टनरशिप की। यह पिछले दो साल में सातवें विकेट के लिए भारत की पहली 50 से ज्यादा रन की साझेदारी है। इससे पहले जनवरी, 2019 में ऋषभ पंत और रविंद्र जडेजा ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) पर 7वें विकेट के लिए 204 रन की पार्टनरशिप की थी।

पैट कमिंस ने शार्दूल को क्लीन बोल्ड किया। वे 67 रन बनाकर आउट हुए। इस दौरान उन्होंने 9 चौके और 2 छक्के लगाए। वहीं, मिचेल स्टार्क ने वॉशिंगटन सुंदर को कैमरून ग्रीन के हाथों कैच कराया। वे 62 रन बनाकर आउट हुए। नवदीप सैनी को हेजलवुड ने स्टीव स्मिथ के हाथों कैच कराया।

हेजलवुड को 5 विकेट
ऑस्ट्रेलिया की ओर से हेजलवुड ने 5 विकेट लिए। उन्होंने चेतेश्वर पुजारा, मयंक अग्रवाल, ऋषभ पंत, नवदीप सैनी और मोहम्मद सिराज को आउट किया। जबकि, कमिंस और स्टार्क को 2-2 विकेट मिले। नाथन लियोन ने 1 विकेट लिया।

ऑस्ट्रेलिया में 7वें विकेट के लिए भारतीय बल्लेबाजों की 100+ रन की पार्टनरशिप

पार्टनरशिप (रन)बल्लेबाजजगहसाल
204ऋषभ पंत-रविंद्र जडेजासिडनी2018/19
132एच अधिकारी-विजय हजारेएडिलेड1947/48
123वॉशिंगटन सुंदर-शार्दूल ठाकुरब्रिस्बेन2020/21
101मोहम्मद अजहरुद्दीन-मनोज प्रभाकरएडिलेड1991/92


शार्दूल ने सिक्स लगाकर फिफ्टी पूरी की
शार्दूल ने सिक्स लगाकर अपने टेस्ट करियर की पहली फिफ्टी पूरी की। यह उनका टेस्ट में हाईएस्ट स्कोर है। इससे पहले उनका हाईएस्ट स्कोर 4 रन था। वहीं, सुंदर ने भी अपने डेब्यू टेस्ट में फिफ्टी लगाई।

वाका पर 20 साल बाद 8वें नंबर के बल्लेबाज ने फिफ्टी लगाई
ब्रिस्बेन में 20 साल बाद 8 या इससे नीचे के बल्लेबाज ने अर्धशतक बनाया। वे ऐसा करने वाले मनोज प्रभाकर के बाद भारत के दूसरे बल्लेबाज भी हैं। इससे पहले 1991 में पाकिस्तान के मोइन खान ने ब्रिस्बेन के वाका ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 61 रन की पारी खेली थी।


ब्रिस्बेन में 8वें या इससे नीच के बल्लेबाजों द्वारा सबसे ज्यादा रन

बल्लेबाजरन बनाएखिलाफसाल
शार्दूल ठाकुर67ऑस्ट्रेलिया15 जनवरी, 2020/21
मोइन खान61ऑस्ट्रेलिया5 नवंबर, 1999
मनोज प्रभाकर54ऑस्ट्रेलिया29 नवंबर, 1991
जे.आर रत्नायके56ऑस्ट्रेलिया8 दिसंबर, 1989
सर रिचर्ड हेडली54ऑस्ट्रेलिया8 नवंबर, 1985


सुंदर ने 73 साल पूराने रिकॉर्ड की बराबरी की
सुंदर डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में 50+ रन बनाने और 3 विकेट लेने वाले भारत के दूसरे खिलाड़ी बन गए। इससे पहले यह रिकॉर्ड दत्तू फाडकर के नाम था। उन्होंने 1947/48 में डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में 51 रन बनाए थे और 3 विकेट लिया था।

एक ही पारी में 7वें और 8वें नंबर के बल्लेबाज ने लगाई फिफ्टी
1982 के बाद पहली बार भारत के 7वें और 8वें नंबर के बल्लेबाज ने टेस्ट की एक पारी में फिफ्टी लगाई। इससे पहले 1982 में संदीप पाटिल (129* रन) और कपिल देव (65 रन) ने मैनचेस्टर में एक ही पारी में फिफ्टी लगाई थी।

भारत के लिए 7वें नंबर पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज

बल्लेबाजरनखिलाफजगहसाल
राहुल द्रविड़95इंग्लैंडलॉर्ड्स1996
युवराज ऑफ पटियाला84न्यूजीलैंडदिल्ली1955
बापू नादकनी68इंग्लैंडचेन्नई1934
वॉशिंगटन सुंदर62ऑस्ट्रेलियाब्रिसबेन2020/21
दिलावर हुसैन57इंग्लैंडकोलकाता1934
विजय मांजरेकर48इंग्लैंडकोलकाता1951

हेजलवुड ने पंत को आउट किया
हेजलवुड ने पंत को आउट कर टीम इंडिया को 6वां झटका दिया। पंत का कैच कैमरून ग्रीन ने लिया। वे 23 रन बनाकर आउट हुए। लंच के बाद पहले ही ओवर में हेजलवुड ने मयंक अग्रवाल को स्मिथ के हाथों कैच कराया था। वे 38 रन बनाकर आउट हुए। वहीं, स्टार्क ने कप्तान अजिंक्य रहाणे को मैथ्यू वेड के हाथों कैच कराया। वे 37 रन बनाकर आउट हुए। रहाणे और मयंक ने चौथे विकेट के लिए 97 गेंदों पर 39 रन की पार्टनरशिप की।

रहाणे-पुजारा के बीच 45 रन की पार्टनरशिप
इससे पहले हेजलवुड ने भारत को तीसरे दिन का पहला झटका दिया। उन्होंने चेतेश्वर पुजारा (25 रन) को टिम पेन के हाथों कैच कराया। पुजारा और रहाणे के बीच तीसरे विकेट के लिए 114 बॉल पर 45 रन की पार्टनरशिप हुई।

एशिया से बाहर पुजारा-रहाणे का खराब रिकॉर्ड
एशिया से बाहर 18 इनिंग्स में पुजारा और रहाणे के बीच औसतन 25.22 रन की साझेदारी हुई है। एशिया से बाहर इन दोनों ने सिर्फ एक बार 50+ रन की पार्टनरशिप की है। एडिलेड में 2018/19 में उन्होंने 87 रन की पार्टनरशिप की थी। एशिया में 15 पारियों में इन दोनों के बीच औसतन 65.42 रन की पार्टनरशिप हुई। इसमें 4 शतकीय साझेदारी भी शामिल है।

एशिया से बाहरएशिया में
रहाणे-पुजारा ने 25.22 की औसत से रन बनाएरहाणे-पुजारा ने 65.42 की औसत से रन बनाए

टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही
ब्रिस्बेन टेस्ट का दूसरा दिन बारिश के कारण धुल गया था। दूसरे दिन टी-टाइम के बाद का खेल नहीं हो सका। भारत ने दूसरे दिन 2 विकेट पर 62 रन बनाए थे। भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। टीम ने 11 रन पर ही पहला विकेट गंवा दिया था।

ओपनर शुभमन गिल 7 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उन्हें तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने स्लिप में स्टीव स्मिथ के हाथों कैच आउट कराया। टीम इंडिया को दूसरा झटका 60 रन के स्कोर पर लगा। रोहित शर्मा 44 रन बनाकर आउट हुए। स्पिनर नाथन लियोन की बॉल पर मिचेल स्टार्क ने उनका कैच लिया। लियोन का यह 100वां टेस्ट मैच है।

डेब्यू टेस्ट में नटराजन और वॉशिंगटन को 3-3 विकेट
ऑस्ट्रेलिया के लिए मार्नस लाबुशेन ने 204 बॉल पर सबसे ज्यादा 108 रन की पारी खेली। यह उनके टेस्ट करियर का 5वां शतक रहा। उनके अलावा कप्तान टिम पेन ने 50, कैमरून ग्रीन ने 47 और मैथ्यू वेड ने 45 रन की पारी खेली। वहीं, डेब्यू मैच खेल रहे तेज गेंदबाज टी नटराजन और स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर ने 3-3 विकेट लिए। पेसर शार्दूल ठाकुर को भी 3 विकेट मिले।

भारत को लगातार 3 ओवर में 3 सफलता
दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया ने 5 विकेट पर 274 रन से आगे खेलना शुरू किया था। टिम पेन और कैमरून ग्रीन ने तेज शुरुआत दी और दोनों के बीच छठवें विकेट के लिए 98 रन की पार्टनरशिप हुई। ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 311 रन पर 5 विकेट ही था, लेकिन टीम ने आखिरी 58 रन बनाने में 5 विकेट गंवा दिए और 369 रन पर सिमट गई।

कप्तान टिम पेन फिफ्टी लगाकर आउट
कप्तान टिम पेन (50) टेस्ट करियर की 9वीं फिफ्टी लगाकर आउट हुए। शार्दूल ठाकुर की बॉल पर रोहित शर्मा ने उनका कैच लिया। कैमरून ग्रीन 47 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। डेब्यू मैच खेल रहे वॉशिंगटन सुंदर ने ग्रीन को क्लीन बोल्ड कर दिया। 8वें विकेट के तौर पर पैट कमिंस आउट हुए। शार्दूल ने उन्हें LBW किया।

वॉर्नर पहले ही ओवर में आउट
पहले दिन टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। मैच के पहले ही ओवर में मोहम्मद सिराज ने पहला झटका दिया। ओपनर डेविड वॉर्नर एक रन बनाकर स्लिप में रोहित शर्मा के हाथों कैच आउट हुए। दूसरा झटका शार्दूल ठाकुर ने अपने पहले और मैच के 9वें ओवर में दिया। उन्होंने ओपनर मार्कस हैरिस (5) को वॉशिंगटन सुंदर के हाथों कैच आउट कराया। ऑस्ट्रेलिया ने 17 रन पर 2 विकेट गंवा दिए थे।

इसके बाद स्टीव स्मिथ ने लाबुशेन के साथ तीसरे विकेट के लिए 70 रन की पार्टनरशिप कर पारी को संभाला। हालांकि, डेब्यूटेंट वॉशिंगटन ने करियर का पहला विकेट लेते हुए जोड़ी तोड़ दी। उन्होंने स्मिथ को 36 रन पर रोहित शर्मा के हाथों कैच आउट कराया।

पोर्नोग्राफी को लेकर बदलती युवाओं की सोच बनी खतरे की घंटी

 


जानकार लोग तथा चिकित्सक हमेशा से ही पोर्नोग्राफी को मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर छोड़ने वाला, सामाजिक नियमों के खिलाफ तथा निजी रिश्तों को प्रभावित करने वाला माध्यम मानते आए हैं. लेकिन इंटरनेट की युवाओं में बढ़ती बेरोकटोक पहुंच के कारण पोर्न की युवा पीढ़ी में सरल उपलब्धता, कई परेशानियों का सबब बन सकती है. उस पर सबसे ज्यादा चिंता इस बात की है की पॉर्न को लेकर युवा पीढ़ी की सोच बदल रही है तथा वे इसे यौन संबंधों के बारे में जानकारी देने वाले माध्यम के रूप में देख रहे है.



हमारे विकासशील समाज में कई ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर आज भी खुलकर बात करना वर्जित माना जाता हैं. यही नहीं उन मुद्दों पर बात करना सामाजिक मर्यादाओं के खिलाफ भी माना जाता है. इन मुद्दों में सबसे पहले नंबर पर आते है, यौन स्वास्थ्य तथा उससे जुड़े मुद्दे. हमारे समाज में आज भी खुलेआम सेक्स जैसे विषयों पर बात करना बेशर्मी का प्रतीक माना जाता है. वहीं पोर्नोग्राफी को एक सामाजिक बीमारी के रूप में देखा जाता है. हालांकि पोर्नोग्राफी को चिकित्सक तथा जानकार भी विक्रत मानसिकता को जन्म देने वाली लत के रूप में देखते हैं. लेकिन फिलहाल ज्यादा चिंता की बात यह है हमारी युवा तथा आने वाली पीढ़ी के ज्यादातर सदस्य पोर्नोग्राफी को यौन संबंधों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देने वाले माध्यम के रूप में देखने लगे है.

जेब में दुनिया भर की जानकारियां

ग्लोबलाइजेशन के दौर में आज पूरी दुनिया तार- बेतार वाले इंटरनेट के घेरे में कैद है. लगातार स्मार्ट होती दुनिया में छोटे- छोटे बच्चों की जेबों में भी स्मार्ट फोन है. ऐसे में हर जानकारी उनके लिए बहुत सरलता से उपलब्ध है. अब समस्या यह है की यौन शिक्षा या शारीरिक संबंधों के बारे में जानकारी के लिए बच्चे अपने माता-पिता या शिक्षकों की बजाय अपने बहुत नजदीकी दोस्त, जो उनके हम उम्र ही होते हैं पर निर्भर करते है. लेकिन ज्यादातर मामलों में उनके पास भी यौन रिश्तों से जुड़े सभी सवालों के जवाब नहीं होते है. ऐसे में युवावस्था की दहलीज में कदम रखने वाले युवा ज्यादा जानकारी के लिए पोर्नोग्राफी साइट्स की तरफ आकर्षित होते है.

पोर्नोग्राफी को लेकर बदलती सोच

पिछले दिनों पोर्नोग्राफी को लेकर युवाओं की बदलती सोच को लेकर एक शोध किया गया. 'आर्काइव ऑफ सेक्शुअल बिहेवियर' नामक इस शोध के नतीजों के बारे में जानकारी देते हुए बोस्टन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर तथा शोध के मुख्य लेखक एमिली रॉथमैन ने बताया की इस पीढ़ी के युवाओं में पोर्नोग्राफी को लेकर गलत फहमियां बढ़ रही हैं की यह यौन संबंधों के बारे में सही और सटीक जानकारी देता है. वे इस बात को नहीं मानते हैं की पॉर्न साइट्स में जो दिखाया जाता है, वह यौन शिक्षा नहीं, बल्कि शारीरिक संबंधों का एक काल्पनिक तथा नाटकीय चित्रण हैं.

रॉथमैन बताते हैं की हर उम्र के लोगों विशेषकर युवाओं और बच्चों में इंटरनेट की सरलता से पहुंच के कारण वर्तमान समय में पोर्नोग्राफी एक वर्जित विषय माने जाने की बजाय सस्ते मनोरंजन का जरिया बन गया है. जिसका उद्देश्य बगैर यह जाने की लोगों पर उसका क्या असर पड़ रहा है, सिर्फ बनाने वाले को आर्थिक फायदा पहुंचाना है.

शोध में 18 से 24 वर्ष के 357 युवाओं तथा 14 से 17 वर्ष के 324 युवाओं पर सर्वे किया गया. जिसमें सामने आया की 18 से 24 की उम्र वाले अधिकांश युवा मानते थे की उन्हें सेक्स संबंधों के बारे में ज्यादा जानकारी पोर्नोग्राफिक फिल्मों के माध्यम से ही प्राप्त हुई. वहीं 14 से 17 साल वाले समूह के ज्यादातर सदस्यों ने माना की वह यौन संबंधों को लेकर जानकारी अपने माता-पिता तथा दोस्तों से लेने को प्राथमिकता देंगे. इस समूह के केवल 8 प्रतिशत युवाओं ने माना की उन्हें स्त्री और पुरुष के अंतरंग संबंधों के बारे में जानकारी पोर्न फिल्मों से मिली है. शोध में शामिल ज्यादातर युवाओं ने माना की उनके और उनके माता-पिता के बीच यौन संबंधों को लेकर कभी चर्चा नहीं हुई, और यदि हुई भी तो वह यौन शिक्षा के रूप में ज्यादा मददगार नहीं थी. शोध में 23.4 प्रतिशत युवाओं ने माना की उन्हें इन संबंधों की जानकारी मीडिया से तथा 12.8 युवाओं ने माना की उन्हें शारीरक संबंधों के बारे में जानकारी अपने सेक्स पार्टनर से मिली.

रॉथमैन बताते हैं की शोध में लड़कियों की अपेक्षा बड़ी संख्या में लड़कों ने माना की शारीरिक संबंधों के बारे में जानने के लिए पॉर्न बेहतर विकल्प है, जो अच्छे सेक्स के बेहतर तरीकों के बारे में जानकारी देता है.

सही माध्यम से जानकारी जरूरी

रॉथमैन मानते हैं की जन साधारण के शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार के स्वास्थ्य के लिए पोर्नोग्राफी को लेकर युवाओं की बदलती सोच खतरे की घंटी बजा रही है. ऐसे में बहुत जरूरी है की युवाओं को ऐसे माध्यम से यौन शिक्षा देने का प्रयास किया जाए, जिससे उनके मन में सेक्स एक मानसिक विक्रती का उदारहण नहीं, बल्कि स्वस्थ तन, मन और रिश्तों का आधार बने. इसके अलावा सामाजिक स्तर पर ऐसे जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाना चाहिए, जिससे युवाओं के लिए यौन संबंध एक सुखद एहसास बने, ना की बेहतर प्रदर्शन की चाह में आनंदहीन, कष्टदायी तथा तनाव देने वाला अवसर.

पोल बना कर ग्रामवासी चुन रहे है अपने पसंद के प्रधान, 144 वोटों के साथ सबसे आगे चल रहे है अनिल शुक्ल , वहीँ दूसरे स्थान पर है मनोज तिवारी




 प्रयागराज / मीरपुर : ग्राम प्रधान का चुनाव नजदीक है, इसको लेकर ग्राम पंचायतों में काफी उत्साह है। कोरोना के आने के बाद चुनाव की उम्मीद कम ही थी लेकिन सरकार की तरह से चुनाव को हरी झंडी दिखा दी गयी है। 




पोल बना कर ग्रामवासी चुन रहे है अपनी पसंद के प्रधान 

सराय ममरेज / ग्राम मीरपुर में ग्रामवासी खुद ही इंटरनेट पर पोल बना कर जान रहे है लोगो की पसंद।  जो की ये उत्साह आने वाले चुनाव में काफी महत्वपूर्ण योगदान देगा।  इस पोल में प्रधान प्रत्याशियों में काफी कड़ी टक्कर दिख रही है। मीरपुर में अभी कुल 6 प्रत्याशी मैदान में है जिसमे से 141 वोटों के साथ सबसे आगे अनिल शुक्ल चल रहे है, वहीँ दूसरे स्थान पर मनोज तिवारी है।  क्रमशः खिलाड़ी दुबे, धर्मपाल यादव, सुरेश यादव और विनोद दुबे है। ये उत्साह और नयी तकनीक का प्रयोग इन ग्रामवाशियों की बुद्धिमत्ता को दर्शाता है। आप भी कर सकते है इनको वोट (ग्रामसभा मीरपुर का प्रधान कौन हो सकता है ? - https://strawpoll.com/91pvrd819



उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (UP Panchayat Elections 2021) को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। अब लोगों को आरक्षण सूची का इंतजार है। इस समय अधिकांश जिलों में प्रशासनिक स्तर पर आरक्षण सूची का काम चल रहा है। जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में जिस वर्ग के लिए सीट आरक्षित है, वह आगामी चुनाव में उस वर्ग के लिए आरक्षित नहीं रहेगी। आरक्षण वरीयता क्रम में एसटी की कुल आरक्षित सीटों में से एक तिहाई एसटी महिला के लिए आरक्षित होंगी। बाकी में महिला या पुरुष दोनों रहेंगे। एससी की 21 प्रतिशत आरक्षित सीटों में एक तिहाई सीटें इस वर्ग की महिला और बाकी बची सीटें इसी वर्ग के महिला या पुरुष दोनों के लिए होंगी।

ऐसे ही ओबीसी की 27 फीसदी सीटों में तिहाई सीटें इस वर्ग की महिला के लिए आरक्षित की जाएंगी। बाकी इस वर्ग की महिला या पुरुष दोनों के लिए अनारक्षित रहेंगी। कुल की 50 प्रतिशत सीटें अनारक्षित होंगी, मगर उनमें एक तिहाई सीटें सामान्य जाति की महिला प्रत्याशियों के लिए आरक्षित रहेंगी। पंचायत चुनाव में सीटों पर आरक्षण अवरोही क्रम में लागू होगा। ग्राम पंचायतों की वर्ष 2011 की जनसंख्या के आंकड़े फीड करा रहे हैं। ब्लॉकों को सीधे लखनऊ से जोड़ा गया है। इस बार पंचायत चुनाव का आरक्षण लखनऊ से ही तय होगा। आरक्षण सूची भी ऑनलाइन जारी होगी। कोई भी घर बैठे पंचायत चुनाव के 1. आरक्षण के बारे में पता कर सकेगा।

कैसे आरक्षित होगी सीट

ग्राम पंचायतों में आरक्षण लागू करने के लिए राजस्व ग्रामों की जनसंख्या का आंकलन किया जाएगा। पांच साल पहले चुनाव के समय ग्राम पंचायत की क्या स्थिति थी, वर्तमान में क्या स्थिति है, उसी आधार पर तय होगा कि उस ग्राम पंचायत की सीट किस प्रत्याशी के लिए आरक्षित होगी। प्रदेश में जो त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने हैं। उसमें ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य बीडीसी, वार्ड मेंम्बर, जिला पंचायत सदस्य के लिए अलग-अलग चुनाव प्रक्रिया होगी। गांव-गांव पदों के साथ उनकी संख्या भी निर्वाचन आयोग ने बढ़ाई है। इसमें एक वार्ड से सदस्य के लिए 18 पर्चे भरे जा सकेंगे।

ग्राम प्रधान के लिए 57 लोग भर सकेंगे पर्चा

वहीं बीडीसी के लिए 36 पर्चा, ग्राम प्रधान के लिए 57 और जिला पंचायत सदस्य के लिए 53 लोग पर्चा भर सकेंगे। अधिकारियों से मिल रही जानकारी के अनुसार पिछले चुनावों में यह संख्या 4.5 से 47 रहती थी, लेकिन इस बार इसे बढ़ाया गया है। पहले प्रत्याशी अधिक होने के कारण कई लोग चुनाव लड़ने से वंचित रह जाते थे। अब लोगों का चुनाव लड़ने का मौका खाली न जाएगा। वह भी अपनी दावेदारी कर सकेंगे और आसानी से चुनाव लड़ सकेंगे।


कितने प्रकार के होते हैं किस? जीभ साथी के मुंह में तेजी से अंदर बाहर.. इस किस को क्या कहते हैं ?

 1. माथे पर किस किसी रिश्ते की शुरुआत करने के लिए आप माथे पर किस कर सकते हैं। ध्यान रहें कि किसी से दोस्ती होने पर ही इस तरह की किस करें। यह...