कोरोनावायरस के कारण देश में हुए लॉकडाउन ने सोनू सूद को हर किसी का चहेता बना दिया है। हजारों लाखों प्रवासियों को घर भेजने के बाद सोनू ने एक और पहल की है। अब वे प्रवासियों को नौकरी दिलाने में भी मदद करेंगे। इसके लिए सोनू ने 'प्रवासी रोज़गार' नाम से एक प्लेटफार्म शुरू किया है। जो प्रवासियों को नौकरी खोजने के लिए जरूरी जानकारी और सही लिंक मुहैया कराएगा। इसकी जानकारी सोनू ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की है।
500 कंपनियों से टाईअप 7 शहरों में उपलब्धता
देश के विभिन्न हिस्सों में प्रवासी श्रमिकों के लिए रोजगार के सही अवसर खोजने के लिए शुरू किए गए इस प्लेटफॉर्म पर मैन्युफैक्चरिंग, गारमेंट्स, हेल्थ सर्विस, इंजीनियरिंग, बीपीओ, सिक्योरिटी, ऑटोमोबाइल, ई-कॉमर्स और रसद क्षेत्रों से संबंधित 500 से अधिक प्रतिष्ठित कंपनियों के नौकरी के अवसर पता चल सकेंगे। इस सेवा की शुरुआत 23 जुलाई से हो रही है। जहां चौबीस घंटे हेल्पलाइन के साथ साथ दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, हैदराबाद, कोयम्बटूर, अहमदाबाद और तिरुअनंतपुरम सहित 7 शहरों में माइग्रेशन सहायता केंद्र स्थापित किए गए हैं।
लॉकडाउन के दौरान ही हुई प्लानिंग
सोनू सूद ने कहा- "पिछले कुछ महीनों में इस पहल को तैयार करने के लिए बहुत सोचा और फिर प्लान तैयार किया। देश के टॉप ऑर्गनाइजेशन के साथ डिस्कशन किया है जो गरीबी रेखा से नीचे के युवाओं और गरीबी रेखा से नीचे के युवाओं को रखने तैयार हैं। वे एनजीओ, सोशल ऑर्गनाईजेशन, गवर्नमेंट ऑफिशियल्स के स्टार्ट अप हैं। वे कहते हैं, 'देश में 6 करोड़ से अधिक, अंतरराज्यीय प्रवासी श्रमिक हैं, उनमें से 3 करोड़ मजदूर हैं। कुछ ही समय में ऐप पर लगभग 1 करोड़ लोग होंगे।'
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