पीड़ित लड़की का बयान सुन आपके रोंगटे खड़े
हो जाएंगे। पीड़िता ने बताया कि सोनू पंजाबन ने
उसे ड्रग्स दिया और देह व्यापार के धंधे में इस्तेमाल किया। सोनू पंजाबन
1500 रुपए में उसका सौदा करती थी और लगातार जगह बदलती रहती थी।
हाइलाइट्स- बेहद शातिर अपराधी थी सोनू पंजाबन
- न जाने कितनी मासूम लड़कियों को देह व्यापार के धंधे में झुलसाया
- दिल्ली पुलिस ने अदालत से कहा, जो सबसे कड़ी सजा हो वो दी जाए
- सोनू पंजाबन के बारे में ऐसे किस्से हैं जिनको पढ़कर रोंगटें खड़े हो जाते हैं
नई दिल्ली
कोई औरत किसी बच्ची के साथ ऐसा कैसे कर सकती है लेकिन ये कहानी बिल्कुल हकीकत है। सोनू पंजाबन बेहद शातिर अपराधी है। इसका आपराधिक रिकॉर्ड काफी पुराना है लेकिन
हर बार ये पुलिस को चकमा देकर बच निकलती थी। लेकिन इस बार अदालत ने 24 साल
कैद की सजा सुनाई है। 12 साल की मासूम बच्ची को किडनैप कर उसे जिस्मफरोशी
के धंधे में धकलने की दोषी सोनू पंजाबन के आरोपी के साथी
दोषी संदीप बेदवाल को भी 20 साल की कैद की सजा सुनाई गई है। दिल्ली के द्वारका कोर्ट ने ह्यूमन ट्रैफिकिंग, किडनैपिंग और रेप केस में सोनू पंजाबन और संदीप बेदवाल को सख्त सजा दी है।
दिल्ली पुलिस से कहा अधिकतम सजा दीजिए
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से अधिकतम सजा देने की मांग की थी। द्वारका
पोस्को कोर्ट ने दोनों को 12 साल की एक नाबालिग लड़की का अपहरण, देह
व्यापार और मानव तस्करी के मामले में दोषी ठहराया है। मामला दिल्ली के हरीश
विहार थाने का है। एफआईआर के मुताबिक 11 सितंबर 2009 को पीड़ित लड़की का
अपहरण किया गया था। लड़की के पिता की तरफ से द्वारका कोर्ट में पेश बर्थ
सर्टिफिकेट के अनुसार पीड़ित की जन्म तिथि 9 नवंबर 1996 में थी यानी घटना
के वक्त उसकी उम्र महज 12 साल 10 महीने और 2 दिन थी।
रोंगटे खड़े हो जाएंगे
पीड़ित लड़की का बयान सुन आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। पीड़िता ने बताया कि सोनू पंजाबनने उसे ड्रग्स दिया और देह व्यापार के धंधे में इस्तेमाल किया। सोनू पंजाबन 1500 रुपए में उसका सौदा करती थी और लगातार जगह बदलती रहती थी। कुछ दिनों बाद सोनू पंजाबन ने भी पीड़ित को लाला अंकल नाम के शख्स के हाथों बेच डाला वो भी उससे देह व्यापार करवाता था, लेकिन उसके बाद भी पीड़ित लड़की को बेचने का सिलसिला नहीं रुका और एक-एक करके कई दलालों को बेचा गया। आखिर में लड़की को रमेश मिश्रा नाम के एक दलाल ने दूसरे दलाल सतपाल को बेच दिया वो भी उससे देह व्यापार करवाता था। सतपाल के भाई राजपाल ने अपने गांव में ले जाकर उसके साथ रेप किया कुछ दिनों बाद सतपाल ने पीड़ित से शादी कर ली जिसके बाद मौका पाकर पीड़ित लड़की 7 फरवरी 2014 को वहां से भाग गई और 9 मई को नजफगढ़ थाने पहुंचकर पुलिस को अपने साथ हुई घटना को बताया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की।
ऐसे फंसाया जाता था लड़कियों को
पीड़ित किसी तरह अपहरणकर्ता के चुंगल से छूटकर 9 फरवरी 2014 को नजफगढ़ पुलिस के पास पहुंची, जहां उसने पुलिस को बताया कि 2006 में जब वो छठी क्लास में पढ़ती थी। उस दौरान उसकी दोस्ती संदीप (आरोपी ) से हुई। उसने उसे प्यार और शादी के झांसे में फंसाया और एक दिन शादी करने के बहाने से दिल्ली के लक्ष्मीनगर इलाके में किसी सीमा आंटी के घर ले गया, जहां आरोपी ने पीड़ित के साथ रेप किया और उसके बाद सीमा नाम की महिला के हाथों बेच दिया। सीमा ने उसे जबरन ड्रग्स दिए और देह व्यापार करवाया और उसके बाद उसे अलग अलग देहव्यापार से जुड़े लोगों को बेचा गया। इस तरह पीड़ित को गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन के पास बेचा गया।
बेहद शातिर अपराधी है सोनू पंजाबन
ये शायद पहली बार है जब किसी आपराधिक मामले में सोनू पंजाबन दोषी साबित हुई है इससे पहले भी उसके खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए लेकिन वो हर बार बच निकलती थी। पंजाबन को 2007 में प्रीत विहार पुलिस ने और 2008 में साकेत पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन वह जमानत पर बाहर आ गई। इसके बाद 2011 में उसे 4 लड़कियों और 4 लड़कों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया था। इस बार उस पर मकोका (महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट 1999) लगाया गया था, क्योंकि वह पैसे कमाने के लिए संगठित तरीके से सेक्स रैकेट चला रही थी। हालांकि पुलिस कोर्ट में आरोप साबित नहीं कर सकी और वह फिर बरी हो गयी। दिसंबर 2017 में सोनू पंजाबन को एक बार गिरफ्तार किया गया था। इस बार उस आरोप था कि उसने एक केंद्रीय मंत्री को ब्लैकमेल करने की कोशिश की और एक लड़की को 20 लाख रुपये में बेचा।
दौलत शौहरत की भूखी है ये महिला
सेक्स रैकट चलानेवाली सोनू पंजाबन के क्लाइंट की लिस्ट में कई बड़े बिजनसमैन शामिल थे। वहीं उसके लिए काम करनेवाली लड़कियों की लिस्ट में कई नई मॉडल्स और ऐक्ट्रेस शामिल थीं। इन्हें कोलकाता, मुंबई, राजस्थान और पंजाब भेजा जाता था। गीता अरोड़ा ने गैंगस्टर हेमंत सोनू से शादी की थी। फिर जब वह एक एनकाउंटर में मारा गया तो उसके नाम से सोनू लेकर गीता धंधे में उतर गईं। इससे पहले भी गीता सोनू की मदद से गैरकानूनी काम कर ही रही थीं।
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