ट्रम्प की मध्यस्थता और शांति के लिए नोबेल...
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प संयुक्त अरब अमीरात और इज़राइल के बीच ऐतिहासिक शांति समझौते को लेकर नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकन के हकदार हैं. ऐसा कहना है व्हाइट हाउस का. व्हाइट हाउस ने कहा कि ट्रम्प ने शांति को अपने विदेश नीति प्रयासों का आधार बनाया है. इस बीच नार्वे की संसद के फोर टर्म मेंबर और नाटो की संसदीय असेंबली के चेयरमैन क्रिश्चियन ताइब्रिंग ने ट्रम्प को इस अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया है..दरअसल ये नामांकन इजरायल और यूएई के बीच ऐतिहासिक शांति वार्ता करवाने के लिए डोनाल्ड ट्रंप को किया गया है. बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मदद से इस्राइल और यूएई ने सालों की दुश्मनी भुलाकर शांति समझौते पर साइन किया था.
इस डील को मुकाम तक पहुंचाने में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.. इस नए समझौते के बाद यूएई और इजरायल के बीच राजनयिक संबंधों की नई शुरुआत हो गई है. इसी तरह अरब राष्ट्रों में, केवल मिस्र और जॉर्डन के पास इस्रायल के साथ राजनयिक संबंध हैं. मिस्र ने 1979 में इस्रायल के साथ एक शांति समझौता किया, उसके बाद 1994 में जॉर्डन के साथ हुआ. मॉरिटानिया ने 1999 में इस्रायल को मान्यता दी, लेकिन बाद में 2009 में गाजा में इस्रायल के युद्ध के दौरान संबंधों को समाप्त कर दिया था.
इससे पहले भी साल 2018 में नॉर्वे के ही एक अति-दक्षिणपंथी राजनेता ने ट्रंप को इस पुस्कार के लिए नामित किया था. उस वक़्त दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया के रिश्ते सुधारने की राष्ट्रपति ट्रंप की कोशिशों को इस नामांकन की वजह बताई गई थी.
इतना ही नहीं ट्रम्प दो देशों के आपसी भेदभाव को ख़त्म करने काफी अहम भूमिका निभाते आ रहे है जैसे भारत और चीन विवाद..बता दें कि भारत और चीन के बीच सीमा पर जारी तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ने मध्यस्थता की पेशकश की थी.. उन्होंने कहा है था कि अमेरिका ने दोनों देशों से कहा है कि हम सीमा विवाद को लेकर मध्यस्थता करने के लिए तैयार हैं..
व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प संयुक्त अरब अमीरात और इज़राइल के बीच ऐतिहासिक शांति समझौते को लेकर नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकन के ‘‘हकदार हैं और उन्होंने कड़ी मेहनत की’’ है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव केली मेकनैनी ने बुधवार को कहा, ‘‘राष्ट्रपति ट्रम्प को इज़राजल-संयुक्त अरब अमीरात के बीच शांति समझौता करने में उनकी भूमिका के कारण नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। यह ऐतिहासिक समझौता था और यह दो दशकों से अधिक समय में इस प्रकार का पहला समझौता है।
राष्ट्रपति इसके हकदार हैं और उन्होंने कड़ी मेहनत की है।’’ उन्होंने कहा कि ट्रम्प ने शांति को अपने हालिया विदेश नीति प्रयासों का आधार बनाया है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और इज़राइल ने 13 अगस्त को घोषणा की थी कि वे पूर्ण राजनयिक संबंध स्थापित कर रहे हैं।
मध्य एशिया में शांति की ओर ऐतिहासिक कदम बढ़ाते हुए इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात के बीच पहला वाणिज्यिक विमान 31 अगस्त को अबु धाबी में उतरा था। दक्षिणपंथी ‘प्रोग्रेस पार्टी’ की तरफ से नॉर्वे की संसद के सदस्य क्रिश्चन टायब्रिंग-गेजेड ने कहा कि “संयुक्त अरब अमीरात और इज़राइल के बीच शांति समझौते को लेकर” नोबेल शांति पुरस्कार देने के लिये ट्रम्प के नाम पर विचार किया जाना’’ चाहिए।
शबाहत हुसैन
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